अभी अभी की बात है

 

अभी अभी की बात है

ये अभी-अभी की बात है,
न जाने कभी की बात है !

वह ऐसे मिली थी मुझसे ,
लग रहा है मेरे साथ है !!

कवि दीपक सरल

Comments

Popular posts from this blog

भीगे भीगे मौसम में - कवि दीपक सरल

करके तो कुछ दिखला ना

हौसला जिद पर अड़ा है