बुधवार, 15 मार्च 2023

कैसी अजब कहानी लिखूं

 Korona ke samay per likhi gai Kavita .

( कोरोना का चित्रण करती हुई कविता ‌)

कैसी अजब कहानी लिखूं

कैसी अजब कहानी लिखूं
किन आंखों का पानी लिखूं ।
यह वर्तमान के हालातों को
सरकारों की जवानी लिखूं।।

कानूनों का पालन लिखूं..
मजदूरों के आंसू लिखूं ।
राजनीति की कमियां लिखूं
कैसे यह खामोशी लिखूं ।।

धर्म का यह लोप लिखूं
प्रकृति का प्रकोप लिखूं।
कैसे यह निष्क्रियता लिखूं
कैसी यह लाचारी लिखूं ।।

उजड़ा हुआ सिंदूर लिखूं
दवाओं की नीलामी लिखूं
चिकित्सको का शुल्क लिखूं
या उजड़ा हुआ मुल्क लिखूं ।।

सभी मुनाफे में आमादा
किस की कमियां लिखूं।
उम्मीदों के सागर लिखूं
या हाथों का गागर लिखूं।।

✍कवि दीपक बवेजा

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

भारत की आवाज

किसी की आंखों पर यहां पर्दा नहीं है किसी की आंखों पर यहां पर्दा नहीं है किसी की आंखों में यहां नमी नहीं है लोग ही लोग हैं , हमारे चारों तरफ ...