बुधवार, 15 मार्च 2023

तुम भी बढ़ो हम भी बढ़े

 

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तुम भी बढ़ो हम भी बड़े

तुम भी बढ़ो , हम भी बड़े ,
कुछ नया इतिहास गड़े।।

तुम भी चलो , हम भी चले,
यह बुझे दिये रोशन करें ।।

सूर्य नहीं जुगनू ही सही ,
हम अंधकार को दूर करें ।।

जो राहों में है अटक गए,
मार्ग उनका प्रशस्त करें।।

जग में है ,बढ़ता अंधकार
मिलकरके हरियाली करे ।।

मानवता का हो उदय यहां,
मिलकर के ऐसे काम करें।।

बिखरे सुगंध चारों ओर ,
जग में ऐसा काम करें।।

ऊर्जा का हो संचार यहां,
हम दुराचार को दूर करें।।

तुम भी पढ़ो, हम भी पढ़े ,
हर गांव गांव शिक्षित करें ।।

तुम भी बढ़ो , हम भी बड़े
कुछ नया इतिहास गड़े।।


✍️कवि दीपक सरल

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