ख्वाबों को हकीकत में बदल दिया

ख्वाबों को हकीकत में बदल दिया जाए,
जो थी अधूरी दास्तां पूरा कर दिया जाए ।
अब हवाएं बह रही है अंतर्मन के जुनून की,
अभी शहर की हालत को बदल दिया जाए।।
किसी की आंखों पर यहां पर्दा नहीं है किसी की आंखों पर यहां पर्दा नहीं है किसी की आंखों में यहां नमी नहीं है लोग ही लोग हैं , हमारे चारों तरफ ...
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